Rain Alert MP : मध्यप्रदेश में मौसम में तेजी से बदलाव आ रहा है। यहां आज सुबह से बैतूल सहित कई जिलों में आसमान में बादल छाए हैं। दूसरी ओर 5 जिलों में अगले कुछ घंटों में बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। इस बीच न्यूनतम और अधिकतम तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी होने से ठंड से थोड़ी राहत मिली है।
मौसम केंद्र भोपाल द्वारा मंगलवार को जारी बुलेटिन में संभावना जताई गई है कि अगले कुछ घंटों में प्रदेश के बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी और बालाघाट जिलों में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है या फिर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती है। इस बीच आज सुबह से ही बैतूल सहित अन्य कुछ जिलों में आसमान पर बादल छाए हुए हैं। मौसम ऐसा है कि बारिश कभी भी हो सकती है।
तापमान में मामूली बढ़ोतरी
इधर मौसम में बदलाव का असर तापमान पर भी पड़ा है। प्रदेश के न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है। कल सबसे कम तापमान तापमान शाजापुर के गिरवर में 5.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा छतरपुर के नौगांव में 7.8, सीहोर में 7.9, राजगढ़ में 8 और भोपाल में 8.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा था। वहीं बीती रात सबसे कम तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि छतरपुर के नौगांव में रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा शिवपुरी के पिपरसमा में 9, टीकमगढ़ में 9.5, रीवा में 10 और नरसिंहपुर व खजुराहो में 10.4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
अधिकतम तापमान में भी उछाल
इसी तरह अधिकतम तापमान में भी थोड़ी बढ़ोतरी हुई है। कल सबसे ज्यादा 29.5 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में दर्ज किया गया था। इसके अलावा नर्मदापुरम में 28.5, खजुराहो में 28.2, बड़वानी के तालुन में 28 और खरगौन में 27.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा था। वहीं आज अधिकतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि मंडला में ही दर्ज किया गया। इसके अलावा नर्मदापुरम में 30.3, बड़वानी के तालुन में 29.4, गुना में 28.7 और कन्नौद में 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
यह है सिनोप्टिक मौसमी परिस्थितियां
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत के ऊपर माध्य समुद्र तल से 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 222 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही हैं। उधर मध्य-पूर्व अरब सागर एवं तटीय कर्नाटक के ऊपर सुस्पष्ट निम्र दाब क्षेत्र अवस्थित है। वहीं पूर्वी बांग्लादेश एवं संलग्र दक्षिण असम के ऊपर माध्य समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है।