New Rail Line MP: सड़क या रेल लाइन का कोई भी नया प्रोजेक्ट उन क्षेत्रों में विकास की बयार लेकर आता है। यही कारण है कि कोई भी नया प्रोजेक्ट मंजूर होता है तो लोग भी बड़ी उम्मीदें लगा लेते हैं। दूसरी ओर मंजूरी के बाद कोई प्रोजेक्ट जब निरस्त कर दिया जाता है तो उतनी ही निराशा भी लोगों को होती है। एमपी के बड़े हिस्से के लाखों लोग भी इन दिनों मायूस नजर आ रहे हैं। इसकी वजह नई रेल लाइन का एक प्रोजेक्ट रद्द होना है।
यह प्रोजेक्ट है बुधनी से गाडरवाड़ा के बीच नई रेल लाइन का प्रोजेक्ट। कुछ साल पहले रेलवे द्वारा बाड़ी, बरेली, उदयपुरा होते हुए 137 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन बिछाने की परियोजना को मंजूरी दी गई थी। इस स्वीकृति के बाद से ही इस क्षेत्र के लोगों में खासा उत्साह था।
लोगों को एक ओर जहां इस बात की खुशी थी कि उन्हें रेलमार्ग से कनेक्टिविटी मिलेगी, वहीं जमीन अधिग्रहण से तगड़ा मुआवजा भी मिलेगा। इसके अलावा नए उद्योग धंधों का मार्ग भी प्रशस्त होगा। यही कारण है कि कई लोग अपने स्तर से भी नए-नए प्लान बनाने में जुटे हुए थे। अब यह खुलासा हुआ है कि रेलवे द्वारा यह रेल लाइन नहीं बिछाई जा रही है।
सांसद के सवाल पर हुआ स्पष्ट
सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने लोकसभा में इस बारे में सवाल किया था। उनके जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह बात स्पष्ट कर दी है कि इस नई रेल लाइन का कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने कहा कि बुधनी से गाडरवाड़ा के बीच रेल लाइन बिछाई जाना तर्क संगत नहीं है।
इसलिए लिया गया यह निर्णय
रेल मंत्री ने इस निर्णय को लिए जाने के पीछे का कारण भी स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि गाडरवाड़ा से बुधनी तक पहले से ही मौजूद रेल नेटवर्क के माध्यम से वाया इटारसी से कनेक्टिविटी है। नई रेल लाइन से भी दोनों स्थानों के बीच दूरी में कोई खास कमी नहीं आती। इसलिए यह नई रेल लाइन नहीं बिछाई जाएगी। नई रेल लाइन में मात्र 4 किलोमीटर की दूरी कम हो रही है।
इस लाइन का कार्य प्रगति पर
इसके अलावा इंदौर के मांगलिया और बुधनी के बीच नई रेल लाइन का कार्य प्रगति पर है। दरअसल, इंदौर से बुदनी और बुदनी से गाडरवाड़ा तक रेल लाइन बिछाने को पहले मंजूरी दी गई थी। लेकिन अब केवल इंदौर से बुधनी तक का काम ही कराया जा रहा है। बुधनी से गाडरवाड़ा तक का काम निरस्त कर दिया गया है।