Water crisis in Betul: बैतूल। गर्मी का मौसम शुरू होते ही जिले के ग्रामीण अंचलों में पानी की समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है। लेकिन, जिले के आमला ब्लॉक का एक ऐसा भी गांव है जहां के ग्रामवासी पिछले 8 महीनों से पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। नल-जल योजना ठप होने से ग्रामीण 8 महीनों से 2 से 3 किलोमीटर दूर से पानी लाने को मजबूर हैं। इसी से त्रस्त होकर आज महिलाएं खाली कुप्पियां लेकर जनसुनवाई में कलेक्ट्रेट पहुंची और शिकायत की।
जनसुनवाई में की शिकायत में महिलाओं ने बताया कि गांव में नलजल योजना के अंतर्गत किए गए काम घटिया स्तर के हुए हैं। कुछ दिनों तक पानी की सप्लाई तो दी गई, लेकिन 8 माह पहले बोर में मोटर गिर कर फंस गई है। ग्राम पंचायत स्तर पर मोटर निकालने के काफी प्रयास गए, लेकिन प्रयास असफल साबित हुए और ग्रामवासियों की मुसीबतें शुरू हो गई।
अधिकारियों को भी इस संबंध में अवगत कराया जा चुका है लेकिन ग्रामीणों की समस्या लगातार नजरअंदाज की जा रही है। लगभग 150 घरों की बस्ती में रहने वाले 1000 लोगों के लिए महिलाओं को 2 से 3 किलोमीटर दूर खेतों से पानी लाना पड़ रहा है। गांव में लगे हैंडपम्प भी सूख चुके हैं। आने वाले दिनों में हालात और भी ज्यादा भयावह हो जाएंगे।
ग्रामीणों की मांग है कि हालात इससे भी ज्यादा बदतर हो, इससे पहले बोर की मोटर निकलवाकर या तो दूसरी मोटर डाली जाए या फिर दूसरा बोर करवाकर ग्रामीणों की समस्या का समाधान किया जाएं। महिलाओं ने जल्द से जल्द उनकी समस्या का निराकरण किए जाने की मांग अधिकारियों से की है।
शिकायत करने वालों में कंचन पालीवाल, पुष्पा साहू, हर्षलता, मनीषा, रेखा, सविता पाल, कविता, भागरती, दीपक पाल, धीरज पाल, श्रेयांश पाल, उदय पाल, राजेश पाल, शमला, रमा सहित अन्य ग्रामवासी शामिल हैं।
मालेगांव में बुधवार होगा नलकूप खनन, पीएचई ने किया स्थल चयन
ग्रामीणों द्वारा नलजल योजना के तहत जल प्रदाय की माँग की गई थी। जिस पर कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी के निर्देश पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए नवीन स्रोत निर्माण के लिए नलकूप खनन के लिए स्थल चयन किया गया। 26 मार्च को चयनित स्थल पर मशीन से नलकूप खनन की कार्यवाही की जाएगी।
एक नलकूप हो चुका असफल
बता दें कि ग्राम मालेगांव की जनसंख्या 726 है। ग्राम में पेयजल आपूर्ति के लिए जल जीवन मिशन के तहत नलजल योजना स्थापित की गई थी। जिसमें पंचायत द्वारा स्रोत में मोटर पंप निकालते समय फस जाने के कारण नल जल योजना बंद हो गई थी। मोटर निकालने के प्रयास किए गए परंतु मोटर पम्प निकला जाना संभव नहीं होने कारण लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के द्वारा नवीन नलकूप खनन कराया गया था जो असफल रहा था। वर्तमान में ग्राम में स्थापित 5 चालू हैंडपंप के माध्यम से भी ग्रामीणों को जल उपलब्ध हो रहा है।