Shivling Nirman Mahayagya: बैतूल। सूर्य पुत्री मां ताप्ती के उद्गम स्थल श्री क्षेत्र मुलताई में एक ऐतिहासिक और धार्मिक महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। इस सात दिवसीय महोत्सव में सवा करोड़ शिवलिंगों का निर्माण किया जाएगा। आयोजन की प्रमुख भूमिका भोसले परिवार के वंशज राजे मुधो जी भोसले निभाएंगे। पूरे आयोजन की रूपरेखा धर्माचार्य सोमेश परसाई के सान्निध्य में तैयार की जा रही है।
इस पावन अवसर पर सनातन धर्म के श्री श्री 1008 परमपूज्य पश्चिमाम्नाय द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगत गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री सदानंद सरस्वती जी भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। मां ताप्ती को सूर्य पुत्री और ब्रह्मांड की प्रथम नदी के रूप में पूजा जाता है। माँ ताप्ती के भक्तों के लिए यह आयोजन अत्यंत विशेष होगा।
बताते चलें कि 17वीं शताब्दी में भोसले वंशज के पूर्वज श्रीमंत राजे रघुजी महाराज भोसले ने माँ ताप्ती के उद्गम स्थल की सेवा की थी। उस समय यह क्षेत्र भोसले शासन के अंतर्गत था। श्रीमंत राजे रघुजी महाराज भोसले प्रथम ने पुण्य सलिला माँ ताप्ती के पावन तीर्थ क्षेत्र में समस्त प्राचीन देवस्थानों, सरोवरों और कुंडों का जीर्णोद्धार कराया और संरक्षण प्रदान किया। अब एक बार फिर माँ ताप्ती की कृपा से भोसले वंशज को यह पावन कार्य आगे बढ़ाने का अवसर मिला है।
आगामी 12 जून 2025 से 18 जून 2025 तक (आषाढ़ कृष्ण प्रतिपदा से आषाढ़ कृष्ण सप्तमी) यह धार्मिक आयोजन संपन्न होगा। इस महोत्सव के अंतर्गत राजसूर्य यज्ञ और सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण किया जाएगा। इस पावन कार्य में जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री सदानंद सरस्वती जी के परम शिष्य धर्माचार्य सोमेश परसाई विशेष भूमिका निभाएंगे।
जगतगुरु शंकराचार्य ने इस भव्य आयोजन की जिम्मेदारी भोसले परिवार को सौंपी है। भोसले वंशज को मुख्य यजमान का दायित्व सौंपते हुए उन्होंने पूरे आयोजन का नेतृत्व करने का आग्रह किया है। मां ताप्ती के भक्तों और सकल हिंदू समाज का भी इस महायज्ञ में विशेष योगदान रहेगा।
आयोजन समिति की जिम्मेदारी महाराजा ऑफ नागपुर ट्रस्ट और ना ताप्ती उद्गम स्थल यज्ञ आयोजन समिति को सौंपी गई है। इस ऐतिहासिक आयोजन में सम्मिलित होने और अधिक जानकारी के लिए गोलू उघड़े (मो. 9098365136) बैतूल और पंकज तुमाने (मो. 9325188182) नागपुर से संपर्क किया जा सकता है।