Maa Baglamukhi Peeth: मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के ग्राम सावंगी में स्थित मां बगलामुखी पीठ इन दिनों श्रद्धालुओं की आस्था का बड़ा केंद्र बन गया है। यहां के पीठाधीश्वर और सिद्ध साधक आचार्य रविन्द्र मानकर के मार्गदर्शन में भक्त मां बगलामुखी की साधना विधि सीख रहे हैं और अपनी समस्याओं का समाधान पा रहे हैं।
पश्चिम बंगाल की मनीषा मंडल ने भी सोशल मीडिया पर आचार्य रविन्द्र मानकर के यूट्यूब चैनल के माध्यम से मां बगलामुखी साधना के बारे में जाना। इससे प्रभावित होकर उन्होंने आचार्य रविन्द्र मानकर से मंत्र दीक्षा ली। मनीषा ने अपने माता-पिता और भाई को भी मां बगलामुखी की मंत्र दीक्षा दिलाई। इसके बाद मनीषा मंडल अपने भाई अभिलाभ के साथ कोलकाता से नागपुर होते हुए सावंगी पहुंचीं और गुरुजी के मार्गदर्शन में मां बगलामुखी साधना, यज्ञ और हवन की विधि सीखी। मां बगलामुखी की कृपा और गुरुजी के आशीर्वाद से उन्हें जीवन की कई समस्याओं से छुटकारा मिला।
शत्रुनाश और सत्य की जीत की प्रतीक हैं मां बगलामुखी
मां बगलामुखी दस महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या मानी जाती हैं, जो शत्रुनाश और सत्य की जीत का प्रतीक हैं। आचार्य रविन्द्र मानकर गुरुजी के नेतृत्व में मां बगलामुखी साधना की ख्याति अब देश-विदेश तक पहुंच चुकी है। उनके यूट्यूब चैनल के माध्यम से कनाडा, दिल्ली, अहमदाबाद, छत्तीसगढ़, भोपाल, जम्मू और अमरावती जैसे दूर-दराज के स्थानों से भक्त सावंगी आकर मां बगलामुखी का दर्शन और साधना कर रहे हैं।
संत डॉ. सत्यनारायण गिरी गोस्वामी महाराज से शक्तिपात दीक्षा प्राप्त
आचार्य रविन्द्र मानकर को परमहंस अखंड समाधिस्थ संत डॉ. सत्यनारायण गिरी गोस्वामी महाराज से शक्तिपात दीक्षा प्राप्त है। उन्होंने मां अंबा माई और मां सूर्यपुत्री ताप्ती देवी की महिमा जन-जन तक पहुंचाने के लिए कई भजन एलबम और कथाओं का आयोजन करवाया। भजन गायिका शहनाज अख्तर और वर्षा पंडोले जैसे कलाकारों के माध्यम से उन्होंने मां ताप्ती कथा और मां रेणुका देवी की महिमा का प्रचार किया।