Govansh Taskari Betul: मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में पुलिस ने गौवंश तस्करी के एक प्रयास को विफल करने में सफलता हासिल की है। आरोपियों ने तस्करी करने के लिए यह गौवंश जंगल में भूखे-प्यासे बांध कर रखे थे। सूचना मिलने पर पुलिस ने छापा मारा और इन गौवंश को मुक्त कराया।
पुलिस विभाग बैतूल के जनसंपर्क अधिकारी ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि 18 जनवरी 2025 को पुलिस अधीक्षक निश्चल एन. झारिया के मार्गदर्शन में मोहदा पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए गौवंश तस्करी के प्रयास को विफल किया। मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर थाना प्रभारी मोहदा और उनकी टीम ने ताप्ती नदी के किनारे भामा जंगल में छापा मारा।
मौके पर बंधे थे 11 गौवंश
यहां पुलिस ने पाया कि 4 गाय और 7 बैल भूखे-प्यासे हालत में बंधे हुए हैं। स्थानीय ग्रामीणों से पूछताछ पर जानकारी मिली कि सलीम निवासी करजगांव और एक अन्य व्यक्ति ने इन मवेशियों को लाकर जंगल में बांधा था। आरोपियों का उद्देश्य इन मवेशियों को देर रात परतवाड़ा (महाराष्ट्र) के कत्लखाने में ले जाना था।
आरोपियों पर दर्ज किया अपराध
इस पर पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध थाना मोहदा में अपराध क्रमांक 09/2025 दर्ज किया गया। उन पर 4, 6, 9 गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम और धारा 11 (घ) पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। घटनास्थल से जप्त सभी 11 मवेशियों को गोकुल गौशाला, चिखली में सुरक्षित रखा गया।
पुलिस कर रही आरोपियों की तलाश
पुलिस द्वारा आरोपियों की तलाश की जा रही है, शीघ्र ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाकर न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। इस कार्यवाही में एएसआई राज पहाड़े, आरक्षक सुरेंद्र धुर्वे, और चालक प्रधान आरक्षक भारतेंद्र आरसे ने सराहनीय भूमिका निभाई।