Chaitra Navratri 2025: बैतूल। बैतूल गंज स्थित बीजासनी माता मंदिर आदिशक्ति की आराधना एवं भक्ति के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। चैत्र नवरात्र की एकम के दिन शुभ मुहूर्त में मंत्रोच्चार एवं स्वस्तिवाचन के साथ गौरी गणेश एवं शिव जी, पार्वती माता, कार्तिकेय जी की स्तुति मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं संस्थापक पंडित दीपक शर्मा के द्वारा की गई। बीजासनी माता के मूल स्थान पर चरणों का पूजन किया गया। उसके पश्चात मंत्रोच्चार द्वारा ज्योत प्रज्वलित की गई।
ज्योत प्रज्वलन के पश्चात विशेष पूजन प्रारंभ हुआ। जिसमें मंत्रों द्वारा देवी देवताओं का आव्हान किया गया। कलश पूजन, वरुण देवता, नवग्रह, नवदुर्गा माता, कुल देवता, कुल देवी, इष्ट देवता, इष्ट देवी, हनुमानजी, लक्ष्मी नारायण जी, ब्रह्मा जी सावित्री माता, गायत्री माता, सूर्यनारायण देवता , कालभैरो बाबा, षोडश मातृका माता, चौसठ योगनी, सप्तमातृका माता, सप्तघृत माता, नवग्रह देवता, पितृ देवता, ग्रामदेवता के साथ ही दुर्गा माता, भुवनेश्वरी माता, त्रिपुरसुंदरी माता, महाकाली माता, महालक्ष्मी माता एवं महासरस्वती माता का आव्हान मंत्रोच्चार से हुआ। कंडे पर ज्वाला के रूप में मां आदिशक्ति का आव्हान कर नैवेद्य भोग लगाकर आरती की गई।
पंडित दीपक शर्मा ने बताया कि बीजासनी मंदिर में ज्योत की बहुत महिमा है, जो भक्तगण ज्योत जलवाते हैं उनकी मनोकामना माता पूरी करती है। यही कारण है कि प्रत्येक वर्ष यहां अखंड ज्योत जलवाने वाले धर्मप्रेमियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीजासनी मंदिर समिति ने जिले के समस्त धर्मप्रेमियों को नवरात्र पर्व की, झूलेलाल जयंती की एवं गुड़ी पड़वा की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की है। मंदिर के कार्यक्रमों में शामिल होने का आमंत्रण दिया है।
नवरात्र भर मंदिर में होंगे यह आयोजन
- प्रतिदिन शाम 7.30 बजे महाआरती होगी
- अष्टमी दिनांक 5 अप्रैल शनिवार को रात्रि 8 बजे हवन 11 बजे पूर्णाहुति
- 6 अप्रैल दोपहर 12 बजे से भंडारा प्रसादी का वितरण होगा