Betul Samachar: मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में सूदखोरी में अनाप-शनाप वसूली का हैरतंगेज भरा मामला सामने आया है। महज 20 लाख रुपये उधार लेने वाले से आरोपी 1 करोड़, 58 लाख से ज्यादा वसूल चुके थे। यही नहीं उसकी कार और 2 जमीनों की रजिस्ट्री भी अपने नाम करवा चुके थे। इस मामले में शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों पर मामला दर्ज कर उन्हें कर लिया है।
इस बारे में पुलिस विभाग बैतूल के जनसंपर्क अधिकारी द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि पुलिस अधीक्षक बैतूल, निश्चल एन. झारिया के निर्देशानुसार जिले में सूदखोरों के विरुद्ध लगातार कठोर कार्यवाहियां की जा रही है। इसी तारतम्य में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती कमला जोशी एवं एसडीओपी बैतूल सुश्री शालिनी परस्ते के मार्गदर्शन में थाना बैतूल बाजार पुलिस ने सूदखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।
यह है इस घटना का विवरण
इस संबंध में 11 जनवरी 2025 को फरियादी ओमप्रकाश भोले पिता बाबूलाल भोले, निवासी बड़ा बड़ोरा, थाना बैतूल बाजार, जिला बैतूल ने थाना बैतूल बाजार में रिपोर्ट दर्ज कराई। फरियादी ने बताया कि वह प्रॉपर्टी का क्रय-विक्रय का कार्य करता है। वर्ष 2021 में उसकी पहचान ममता येवले (निवासी कांदली, परतवाड़ा) एवं सुधाकर कुवड़े (निवासी भैंसदेही) से हुई।
सात प्रतिशत ब्याज पर लिए रुपये
फरियादी ने 20 लाख रुपये उधार लिए थे, जिसे आरोपियों ने 7 प्रतिशत मासिक ब्याज पर दिए। इसके बाद आरोपियों ने ब्याज पर ब्याज लगाकर अवैध वसूली करते हुए अब तक 1 करोड़ 58 लाख 27 हजार 400 रुपये वसूल कर लिए। इसके अलावा, फरियादी की कार और हनोतिया स्थित 3500 वर्गफुट एवं 3340 वर्गफुट भूमि की रजिस्ट्री भी अपने नाम करा ली।
आग लगाने-जान से मारने की धमकी
आरोपियों ने फरियादी को धमकाते हुए घर में आग लगाने और जान से मारने की धमकी भी दी। फरियादी की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए थाना बैतूल बाजार पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। थाना बैतूल बाजार में अपराध क्रमांक 12/25 के तहत धारा 308 भादंवि, 4 मध्य प्रदेश ऋणियों का संरक्षण अधिनियम, 1937 में मामला दर्ज किया गया।
आरोपियों से जब्त की गई सामग्री
पुलिस ने इस मामले में आरोपियों से फरियादी की कार, प्लॉटों के दस्तावेज, खाली चेक और नगद राशि 1,90,000 रुपये बरामद किए हैं। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक अंजना धुर्वे, उपनिरीक्षक रामस्वरूप रघुवंशी, सहायक उपनिरीक्षक रमन धुर्वे, प्रधान आरक्षक अजय बरबड़े, आरक्षक कमलनाथ पवार, सुभाष, महिला आरक्षक स्नेहल परते, नूतन एवं कविता की सराहनीय भूमिका रही।