Betul Health News: मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में ग्रामीण अंचलों में ऐसे कई लोग हैं जिनके पास ना तो कोई डिग्री है और ना ही डॉक्टरी करने का लाइसेंस ही है। बावजूद इसके वे बेख़ौफ़ होकर अपना क्लिनिक खोलकर बैठे हैं। वे वहां बिना किसी के डर के मरीजों का इलाज करते हैं। ऐसा ही एक मामला जिले के भीमपुर ब्लॉक के गुरुवा गांव में सामने आया है।
दरअसल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भीमपुर की स्वास्थ्य टीम ने विगत दिनों उप स्वास्थ्य केंद्र गुरुवा का औचक निरीक्षण किया। बीपीएम तिवारी मोरले ने बताया कि निरीक्षण के दौरान टीम ने पाया कि गुरुवा गांव में पवित्रबाला नाम का एक अज्ञात व्यक्ति बिना किसी वैध लाइसेंस के ऐलोपैथिक चिकित्सा कर रहा है। जब स्वास्थ्य टीम ने उसकी जांच की तो पाया गया कि उसके पास चिकित्सा से संबंधित कोई डिग्री या प्रमाण पत्र नहीं है।
स्वास्थ्य टीम ने कार्य स्थल से ऐलोपैथिक दवाइयां जब्त कर लीं और मौके पर ही पंचनामा तैयार किया। यह कार्रवाई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भीमपुर के खंड चिकित्सा अधिकारी के निर्देशन में की गई। स्वास्थ्य विभाग ने इस फर्जी डॉक्टर के खिलाफ आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। टीम ने स्थानीय लोगों को आगाह किया कि बिना प्रमाणित डॉक्टर के पास इलाज करवाना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है।