MP employee strike: मध्य प्रदेश के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी इन दिनों अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं। शनिवार को बैतूल में उन्होंने थाली और ताली बजाकर सरकार को जगाने का प्रयास किया। कर्मचारियों ने घर से थाली लाकर धरना स्थल पर बजाई और सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। सोमवार से वे भोपाल भरों आंदोलन करेंगे।
संघ के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि जब तक संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को घोषित लाभ पूरी तरह नहीं दिया जाएगा, तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा संविदा नीति 2023 का लाभ पूरी तरह से न देने और सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश की अवहेलना करने के विरोध में 22 अप्रैल 2025 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं। संघ के जिला अध्यक्ष डॉक्टर गोविंद साहू ने बताया कि अगले चरण में क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की जाएगी। प्रत्येक जिले में दो साथी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठेंगे और प्रदेश संघ के अगले आदेश तक यह क्रम चलता रहेगा।
28 अप्रैल से भोपाल भरों आंदोलन (MP employee strike)
डॉक्टर गोविंद साहू ने आगे बताया कि 28 अप्रैल से भोपाल भरो आंदोलन की तैयारियां भी प्रारंभ की जा रही हैं। इसके तहत प्रत्येक जिले से कर्मचारियों को पूर्ण रूप से संघ द्वारा निर्धारित दिनांक पर भोपाल लाने की योजना तैयार की जा रही है।
वादे के मुताबिक नहीं दी सुविधाएं (MP employee strike)
संघ पदाधिकारियों ने जानकारी दी कि सरकार द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री के घोषणा अनुसार और संविदा नीति 2023 के तहत वादा किया गया लाभ संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को नहीं दिया गया है। उल्टा उनकी सुविधाओं में कटौती कर दी गई है, जिससे कर्मचारियों में गहरा आक्रोश हैं।
पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित (MP employee strike)
संघ का दावा है कि हड़ताल के कारण प्रदेश भर की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। टीकाकरण कार्यक्रम ठप हो गया है, गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांचें नहीं हो पा रही हैं, एनआरसी और एसएनसीयू के कार्य प्रभावित हैं।
एनसीडी के तहत आने वाले मरीजों के बीपी और शुगर की जांच भी नहीं हो पा रही है, जिससे मरीज और वृद्धजन परेशान हो रहे हैं। इसके अलावा टीबी और मलेरिया जैसी बीमारियों की जांचें भी प्रभावित हुई हैं। पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य शिविरों और राष्ट्रीय कार्यक्रमों पर भी हड़ताल का व्यापक असर देखा जा रहा है। (MP employee strike)