By-election result : मध्यप्रदेश के बैतूल जिले की सबसे बड़ी सारणी नगर पालिका में कांग्रेस ने भाजपा को तगड़ा झटका दिया है। यहां शहर के वार्ड नंबर 33 के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा का दांव उल्टा पड़ गया। 9 दिसंबर को हुए मतदान की धीमी गति और मतदाताओं की चुनाव में कम रुचि से ही स्पष्ट हो गया था कि परिणाम आश्चर्य में डालने वाले होंगे और हुआ भी कुछ ऐसा ही। आज 12 दिसंबर को आए चुनावी परिणाम ने सबको चौंका दिया। यह उप चुनाव कांग्रेस ने जीत लिया है।
कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी पहले से ही अपनी प्रत्याशी की जीत का दम भर थे और हुआ भी कुछ ऐसा ही। कांग्रेस प्रत्याशी रेखा भलावी ने यह उप चुनाव 160 मतों से जीत लिया है। निर्वाचन प्रमाण पत्र लेकर समर्थकों के साथ जैसे ही रेखा भलावी मतगणना स्थल से बाहर निकली वैसे ही कांग्रेसियों ने जमकर जश्न मनाया। वहीं कांग्रेस की इस जीत ने भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत पर पानी फेर दिया। दरअसल भाजपा विधायक से लेकर पदाधिकारी तक सभी ने अपनी प्रत्याशी को जीत दिलाने जमकर मेहनत की। लेकिन वार्ड की जनता ने भाजपा पर अपना भरोसा नहीं जताया।
उप चुनाव में इतना हुआ था मतदान
नगर पालिका परिषद सारणी के लिए हुए उपचुनाव में शायद यह पहला अवसर है। जब जागरूकता के बावजूद इतना कम मतदान हुआ है। जबकि उपचुनाव को लेकर प्रत्याशियों और प्रशासन में उत्साह था। बावजूद इसके 2166 मतदाताओं में से महज 704 मतदाताओं ने ही मतदान किया था। महज 32.5 प्रतिशत मतदान से प्रशासन चिंतित है। माना जा रहा है कि प्रशासन को भी इतनी कम वोटिंग की उम्मीद नहीं थी। लेकिन दोपहर तक हुए मतदान से यह तय हो गया था कि शाम तक मतदान का प्रतिशत 40 से भी कम रहेगा और हुआ भी कुछ ऐसा ही।
भाजपा को दोनों बूथ पर मिली शिकस्त
भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मी जगदीश नगदे को कांग्रेस प्रत्याशी रेखा सुनील भलावी ने दोनों बूथों पर करारी शिकस्त दी है। बूथ क्रमांक 64 पर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में जहां 140 मत पड़े। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में 183 मत पड़े। जबकि निर्दलीय प्रत्याशी शोभा जगदेव को 69 वोट मिले। इसी तरह मतदान केंद्र क्रमांक 65 पर भाजपा प्रत्याशी को जहां 83 वोट मिले। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में 200 मत गिरे। जबकि निर्दलीय प्रत्याशी को महज 29 वोट ही मिले।
शिक्षिका बनने पर पद से दिया था इस्तीफा
नगर पालिका परिषद सारणी के वार्ड नंबर 33 की पार्षद संगीता सूर्यवंशी का शिक्षा विभाग में चयन होने पर उन्होंने पार्षद पद से इस्तीफा दिया था। इसके बाद से वार्ड में पार्षद पद के लिए उपचुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी में बढ़ गई थी। भाजपा ने जहां उपचुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। वहीं कांग्रेस ने इस मौके को भुनाने में कोई गलती नहीं की।