Nagpur-Mumbai Expressway: मध्यप्रदेश के पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में नागपुर से मुंबई तक बने समृद्धि महामार्ग (एक्सप्रेसवे) पर अगले महीने तक यातायात शुरू होने की उम्मीद है। इसका काम अंतिम चरणों में है। इसके शुरू होने के बाद नागपुर से मुंबई का सफर मात्र 8 घंटे में पूरा हो सकेगा। अभी इस सफर के लिए 16 घंटे का समय लगता है। इस एक्सप्रेसवे का लाभ मध्यप्रदेश के लोगों को भी मिल सकेगा।
नागपुर और उसके आसपास के क्षेत्र की मुंबई तक तेज गति से पहुंच के लिए 701 किलोमीटर लंबाई का यह समृद्धि महामार्ग बनाया गया है। इसकी लागत 55000 करोड़ रुपये है। इसके 625 किलोमीटर लंबे हिस्से का कार्य पहले ही पूरा हो चुका था। इस हिस्से को यातायात के लिए खोला भी जा चुका है। वहीं शेष बचे 76 किलोमीटर हिस्से का कार्य चल रहा था। यह काम भी अब पूरा हो चुका है। यही कारण है कि पूरे समृद्धि महामार्ग पर जल्द आवाजाही शुरू होने की उम्मीद है।
इतने फ्लाईओवर और अंडरपास
नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग का आखरी चरसण का हिस्सा ही सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा था। इसमें 16 गहरी घाटियां और पांच पहाड़ियां थीं। इसके चलते इन पहाड़ियों पर 5 सुरंग और घाटियों पर 16 पुलों का निर्माण कर समृद्धि महामार्ग को पूरा किया गया है। पूरे एक्सप्रेसवे पर 65 फ्लाईओवर, 24 इंटरचेंज, 6 सुरंग और 300 अंडरपास है। सबसे बड़ी टनल 7.74 किलोमीटर लंबी है। इस सुरंग से 25 मिनट की दूरी मात्र 5 मिनट में तय हो सकेगी।
हरियाली के लिए 13 लाख पेड़
नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग से सफर सुहाना हो सके और हरियाली से सुकून प्राप्त हो सके, इसके लिए इस एक्सप्रेसवे के दोनों ओर करीब 13 लाख पड़े लगाए जाएंगे। इसके अलावा भी सफर को शानदार बनाने के लिए कई तरह की सुविधाएं इस एक्सप्रेसवे पर उपलब्ध रहेगी।
सबसे हाई स्पीड एक्सप्रेस-वे
नागपुर-मुंबई एक्सप्रेसवे की खास बात यह है कि यह देश का सबसे हाई स्पीड एक्सप्रेसवे होगा। इस पर 150 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से वाहन चल सकेंगे। हालांकि अभी इस पर गति सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटा रखी गई है। अभी यह 6 लेन का बनाया गया है। हालांकि भविष्य में इसे 8 लेन किया जा सकेगा। इस एक्सप्रेसवे की खास बात यह है कि यह इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम से सुसज्जित होगा जो कि रोड एक्सीडेंट पर कंट्रोल रखेगा।
मुंबई-नासिक हाईवे से जुड़ेगा
यह एक्सप्रेस-वे महाराष्ट्र के 10 जिलों के कई मुख्य शहरों और 390 गांवों से होकर गुजरता है। इनमें प्रमुख रूप से भिवंडी, कल्याण, शिरडी, वैजापुर, शेंद्रा, जलना, मालेगांव जहांगीर, धामनगांव, पुलगांव, वर्धा और सैलू शामिल हैं। यह हाईवे मुंबई-नासिक हाईवे से जुड़ेगा जो कि मुंबई-अहमदाबाद-दिल्ली एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा है।
मध्यप्रदेश को भी मिलेगा लाभ
इस एक्सप्रेसवे के जरिए मध्यप्रदेश के लोगों की भी मुंबई तक पहुंच आसान हो सकेगी। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित अन्य कई शहरों की रोड कनेक्टिविटी नागपुर से अच्छी तरह से है। इन शहरों के जरिए मध्यप्रदेश के लोग नागपुर तक पहुंच कर इस एक्सप्रेसवे से मुंबई का सफर तेज रफ्तार से तय कर सकेंगे।