Delhi-Dehradun Expressway : देश में इन दिनों रेल और सड़क परियोजनाओं पर खासा ध्यान दिया जा रहा है। यही कारण है कि आए दिन किसी न किसी रेल प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल रही है तो कहीं नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट मंजूर हो रहे हैं। यही नहीं इन प्रोजेक्ट्स के काम भी बड़ी तेजी से हो रहे हैं। यही वजह है कि एक-एक कर कई नेशनल हाईवे हाल ही में शुरू हो चुके हैं।
इसी कड़ी में आवाजाही को आसान और फास्ट बनाने के लिए देश को एक और एक्सप्रेसवे जल्द मिल रहा है। यह है दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे। इसे जल्द ही वाहनों के लिए खोला जाने वाला है। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होगा। फिलहाल इसके अक्षरधाम से खेकड़ा तक के करीब 32 किलोमीटर लंबे सेक्शन को खोला जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 17 दिसंबर को कर सकते हैं। इसके मद्देनजर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है।
द्वारका एक्सप्रेसवे का भी लगभग पूरा हुआ
इस एक्सप्रेसवे के अक्षरधाम से खेकड़ा तक 32 किलोमीटर लंबे सेक्शन का काम हो चुका है। इसके चलते इसे वाहनों के लिए खोला जा रहा है। इसके साथ ही दिल्ली-मुंबई कनेक्टर के 20 किलोमीटर हिस्से का उद्घाटन भी किया जाएगा। उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोड शो भी कर सकते हैं। वहीं यदि 17 दिसंबर को उद्घाटन नहीं हो पाता है तो 20 दिसंबर के बाद शुभारंभ किया जा सकता है। इसके अलावा द्वारका एक्सप्रेसवे का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। इसे भी जल्द खोला जा सकता है।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की खास बातें
- दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे 4 चरणों में बना है। इसका पहला चरण अक्षरधाम से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे या खेकड़ा तक 32 किलोमीटर। दूसरा चरण ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से सहारनपुर बाइपास तक 118 किलोमीटर। तीसरा चरण सहारनपुर से गणेशपुर तक 40 किलोमीटर और चौथा चरण गणेशपुर से देहरादून तक 20 किलोमीटर।
- इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 210 किलोमीटर है। यह 6 से लेकर 12 लेन में बना है। इस एक्सप्रेसवे के बनने से दिल्ली से देहरादून के बीच का अभी साढ़े 6 घंटे में होने वाला सफर सिर्फ ढाई घंटे में हो सकेगा। यह पूरा एक्सप्रेस वे जनवरी 2025 तक तैयारी होने की संभावना जताई जा रही है। इसकी लागत 13 हजार करोड़ रुपये हैं।
- इस एक्सप्रेसवे पर वाहनों की आवाजाही की पूरी निगरानी की जाएगी। इसके लिए इसे स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से लैस किया गया है। सभी आपातकालीन सुविधाएं जैसे एम्बुलेंस और वाहनों की मरम्मत के लिए सर्विस स्टेशन आदि का इंतजाम रहेगा। यात्रियों के लिए फूड कोर्ट, फ्यूल स्टेशन और पार्किंग सुविधाएं रहेंगी।