Bhopal-Nagpur National Highway : मध्यप्रदेश की राजधानी और महाराष्ट्र की उप राजधानी को जोड़ने वाले भोपाल-नागपुर नेशनल हाईवे पर जल्द ही तेजी से सफर हो सकेगा। इस हाईवे पर अब तक एकमात्र अवरोध बैतूल जिले में स्थित बरेठा घाट बचा था। जल्द ही इसका भी कायाकल्प हो जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने 550 करोड़ रुपये मंजूर कर दिए हैं।
भोपाल और नागपुर के बीच आवागमन को सुगम और तेज करने के लिए वैसे तो कई साल पहले बैतूल से नागपुर और बैतूल से भोपाल के लिए फोरलेन नेशनल हाईवे को एक साथ मंजूरी मिली थी। इसमें से बैतूल से भोपाल तक 173.3 किलोमीटर लंबे नेशनल हाईवे (एनएच-47) बहुत पहले बन कर तैयार हो चुका। इससे बैतूल-नागपुर के बीच का सफर अब कम समय में और आसानी से तय हो जाता है।
एक कंपनी की जा चुकी टर्मिनेट
इसके विपरीत बैतूल से भोपाल तक 178.6 किलोमीटर लंबा नेशनल हाईवे (एनएच-46) आज तक भी पूरा नहीं हो सका है। पहले इस काम को कर रही कंपनी की लेटलतीफी के चलते उसे टर्मिनेट कर दिया गया। इसके बाद दो हिस्सों बैतूल से इटारसी और इटारसी से भोपाल तक यह काम दो कंपनियों को दिया गया।
बैतूल वाला हिस्सा फिर पिछड़ गया
इसमें भी इटारसी-भोपाल वाला सेक्शन तो काफी पहले पूरा हो चुका है, लेकिन बैतूल-इटारसी सेक्शन में सुस्त रफ्तार से काम चलता रहा। हालांकि अब यह काम भी पूरा होने को हैं। इसके बावजूद बैतूल-भोपाल के बीच के 2 घाट सेक्शन बच गए थे। यह थे भोपाल-इटारसी के बीच बुदनी घाट और बैतूल इटारसी के बीच स्थित बरेठा घाट।
बुदनी घाट का काम लगभग पूरा
इसमें से बुदनी घाट सेक्शन के काम को पहले मंजूरी मिल चुकी थी और काम भी शुरू हो चुका था। बुदनी घाट का काम पूरा होने को हैं। वहां कुछ हिस्से में नई बनी सड़क से वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो चुकी है। जल्द ही पूरा बुदनी घाट क्लियर हो जाएगा और वहां से तेज रफ्तार से सफर हो सकेगा।
आए दिन लगते रहता है यहां जाम
इस पूरे हाईवे पर अब तक केवल मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में स्थित बरेठा घाट ही बचा हुआ था। इस हिस्से के फोरलेन में तब्दील नहीं होने से इस मात्र 4 किलोमीटर के हिस्से से आवाजाही में खासी परेशानी होती है। आए दिन जहां यहां हादसे होते रहते हैं वहीं ट्रकों के पलटने से घंटों तक जाम लगना भी आम बात है। यही कारण है कि बरेठा घाट अभी तक वाहन चालकों के लिए दुखदायी बना हुआ है। लेकिन, जल्द ही इसके दिन भी फिरने वाले हैं।
बरेठा घाट भी जल्द होगा फोरलेन
दरअसल, केंद्र सरकार ने टाइगर कॉरिडोर के अंतर्गत आने वाले बरेठा घाट के 20 किलोमीटर हिस्से को फोरलेन में तब्दील करने के लिए 550 करोड़ रुपये मंजूर कर दिए हैं। उम्मीद है कि जल्द ही इसका काम भी शुरू हो जाएगा और इसके बाद भोपाल से नागपुर तक 371 किलोमीटर लंबा सफर तेजी से और बिना किसी अवरोध के आसानी से हो सकेगा।