Riot Control Parade: बैतूल। पुलिस परेड ग्राउंड पर शुक्रवार को कुछ श्रमिक संगठन से जुड़े लोग अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस बल भी तैनात था। इसी बीच अचानक प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और पथराव करने लगे। कुछ ही पलों में बलवा जैसी स्थिति बन गई। यह देखते हुए पुलिस को अश्रुगैस का प्रयोग करना पड़ा। इसके बाद प्रदर्शनकारी तितर-बितर हुए। कुछ ही देर में पुलिस ने स्थिति पर पूरी तरह से नियंत्रण पा लिया।
यह पढ़ कर आपको चौकने या चिंता करने की जरुरत नहीं है। दरअसल, ऐसा कुछ वास्तव में बिल्कुल नहीं हुआ बल्कि यह पुलिस की बलवा नियंत्रण परेड थी। इसमें प्रदर्शनकारी भी पुलिसकर्मी थे और उन पर नियंत्रण पाने वाले भी। इस बलवा नियंत्रण परेड का आयोजन हर साल पुलिस विभाग द्वारा किया जाता है। इसका उद्देश्य पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की क्षमता का परीक्षण करना और उसमें और इजाफा करना होता है।
जिले भर के अधिकारी-कर्मचारी शामिल
शुक्रवार को बैतूल पुलिस परेड ग्राउंड में पुलिस अधीक्षक निश्चल झारिया की उपस्थिति में जनरल परेड एवं बलवा नियंत्रण परेड का आयोजन किया गया। इस आयोजन में जिले के विभिन्न प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी शामिल हुए। परेड में बैतूल अनुविभागीय अधिकारी, डीएसपी आजाक, रक्षित निरीक्षक, सभी थाना प्रभारी समेत लगभग 120 पुलिस अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

बलवा नियंत्रण परेड का आयोजन
इस परेड का मुख्य उद्देश्य पुलिस बल को बलवा नियंत्रण की तकनीकों और प्रक्रियाओं से परिचित कराना था। बलवा नियंत्रण परेड के दौरान पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को उग्र भीड़ को नियंत्रित करने और बलवाइयों को तितर-बितर करने की विधियां सिखलाई गई। पुलिस अधीक्षक श्री झारिया ने पुलिस बल को बलवा नियंत्रण के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बल की एकजुटता, समन्वय और सही रणनीति के महत्व को स्पष्ट किया।
अश्रुगैस चलाने की विधि बताई गई
इसके पश्चात रक्षित निरीक्षक दिनेश मर्सकोले और उप निरीक्षक (आर्म्स) नवीन सोनकर द्वारा पुलिस बल को अश्रुगैस चलाने की विधि सिखलाई गई। इस प्रशिक्षण में ग्रेनेड टियर स्मोक और गैस गन का उपयोग करते हुए शैल टियर स्मोक चलाए गए। यह प्रशिक्षण पुलिस बल को यह समझाने के लिए था कि बलवा नियंत्रण के दौरान किस प्रकार से इन उपकरणों का प्रभावी उपयोग किया जाता है।
तकनीकी पहलुओं पर भी की गई चर्चा
पुलिस अधीक्षक श्री झारिया ने बलवा नियंत्रण के दौरान पुलिस बल की भूमिका को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए तकनीकी पहलुओं पर भी चर्चा की। इसके साथ ही, पुलिस बल को उग्र भीड़ को नियंत्रित करने और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए तत्पर रहने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य पुलिस बल को बलवा नियंत्रण के विभिन्न तरीकों से अवगत कराना और उन्हें किसी भी आपात स्थिति में सटीक एवं प्रभावी रूप से काम करने के लिए तैयार करना था।