ROB Project MP: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में यातायात को सुगम बनाने के लिए सड़कों, फ्लाई ओवर और ओव्हर ब्रिजों का लगातार निर्माण जारी है। इसी कड़ी में 2 दिन पहले फ्लाई ओवर के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल में एक और रेलवे ओव्हर ब्रिज (आरओबी) बनाने की घोषणा की थी। इसके अगले ही दिन कल महेश्वर में हुई कैबिनेट की मीटिंग में भी इसे मंजूरी मिल गई है।
भोपाल शहर में बावड़ियाकलां चौराहा (अपोलो सेज अस्पताल) से ऑशिमा मॉल तक 733 मीटर लंबा यह रेलवे ओवर ब्रिज बनेगा। इसके साथ ही 310 मीटर एप्रोच रोड का भी निर्माण कार्य किया जाएगा। फिलहाल कैबिनेट ने इस प्रोजेक्ट के लिए 144 करोड़ 18 लाख रूपये की स्वीकृति दी है। हालांकि इस पूरे प्रोजेक्ट पर 180 करोड़ रुपये खर्च होंगे। वित्त विभाग ने इस प्रोजेक्ट को 3 महीने पहले मंजूरी दी थी। वहीं अब कैबिनेट से मंजूरी मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। संभावना जताई जा रही है कि बारिश के पहले इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
इन इलाकों के लोगों को होगा लाभ
इस आरओबी का निर्माण होशंगाबाद रोड स्थित ऑशिमा मॉल के पास से लेकर अपोलो सेज हॉस्पिटल के पास तक होगा। इस आरओबी के निर्माण से बावड़ियाकलां, आकृति ईको सिटी, कोलार रोड सहित 100 से अधिक क्षेत्रों के लगभग 5 लाख लोगों को लाभ मिलेगा। इन लोगों को आवाजाही के लिए 6 से 8 किलोमीटर का अतिरिक्त फेरा नहीं काटना होगा।
अभी एक ही ब्रिज का था सहारा
फिलहाल होशंगाबाद रोड से कोलार, बावड़ियाकलां, औरा मॉल, गुलमोहर, कोलार रोड जैसे क्षेत्रों से जुड़ने के लिए एक ही ब्रिज है। यही कारण है कि ट्रैफिक जाम की समस्या आम है। रोजाना सुबह-शाम यहां जाम लगता है। इस आरओबी के बनने के बाद यहां का ट्रैफिक दो ब्रिजों पर बंट जाएगा। इससे जाम की यह समस्या खत्म हो सकेगी और लोगों को खासी राहत होगी।
निकल सकेंगे यहां से इतने वाहन
इस आरओबी को फोरलेन बनाया जाएगा। इससे वाहन चालकों को इस पर 7.5-7.5 मीटर यानी कुल 15 मीटर की जगह मिलेगी और आवागमन में आसानी होगी। इस आरओबी से हर घंटे 15 से 20 हजार कारों तथा अन्य वाहनों का आवागमन हो सकेगा। अभी जो बावड़ियाकलां ब्रिज-1 है उसकी चौड़ाई केवल 12 मीटर है। इस पर भी आवाजाही के लिए 5-5 मीटर की जगह ही मिल पाती है। इसी कारण यहां अक्सर जाम लगते रहता है।