Bengali subject study: मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के घोड़ाडोंगरी विकासखंड अंतर्गत आने वाले चोपना क्षेत्र के प्राथमिक स्कूलों में बांगाली समाज के विद्यार्थियों के लिए उनकी मातृभाषा बांगला का एक विषय शुरू किये जाने की मांग उठाई गई है। इस संबंध में मंगलवार को बंगाली समुदाय के लोगों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि भारत सरकार के पुनर्वास विभाग द्वारा चोपना क्षेत्र में सन 1965 से 1975 तक 32 ग्राम की पुनर्वास ग्राम के रुप में स्थापना कर इसमें पूर्व पाकिस्तान (अब बांगलादेश) के बंगाली विस्थापितों को पुनर्वासित किया गया है। इन ग्रामो में अधिकाशत: बंगाली समुदाय निवास करते है। उक्त ग्रामो में स्थित प्राथमिक शालाओं में बहुतायत में बंगाली समुदाय के बांगला भाषी विद्यार्थी अध्ययनरत है।
मातृभाषा से संबंधित विषय नहीं (Bengali subject study)
इन विद्यार्थियों की मातृभाषा बंगाली होते हुए भी शिक्षण संस्थान में मातृभाषा से संबंधित विषय नहीं है, जिस कारण बंगाली समाज के समस्त विद्यार्थी मातृभाषा (बंगाली भाषा) अध्ययन व शिक्षण से वंचित हैं। परिणाम स्वरुप हमारी मातृ भाषा-लिपि ज्ञान हमसे विलुप्त होते जा रहे हैं। जिसका संरक्षण आवश्यक है।
बंगाली भाषा का विषय शुरू हो (Bengali subject study)
ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि चोपना क्षेत्र के सभी 32 शासकीय स्कूलों में बंगाली भाषा का एक विषय प्रारंभ किया जाये। इस अवसर पर अमरेश मंडल, किशोर विश्वास, रामिल्द चौधरी, दिलीप सिकदार, पुतिन पाल ,श्रीनिवास, चितरंजन, युधिष्ठिर, हारन गाइन सहित अन्य लोग मौजूद रहे।