NHAI Projects MP: मध्यप्रदेश के सबसे बड़े शहर और आर्थिक राजधानी कहलाने वाले इंदौर शहर में 25 साल पहले 6 लेन बायपास का निर्माण हुआ था। इतने सालों में लाखों वाहनों का बोझ सहते-सहते यह बायपास अब बुरी तरह से जर्जर हो चुका है। ऐसे में अब इसका री-डेवलपमेंट (दोबारा निर्माण) किया जाएगा। इस पर 250 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी। इस पूरे प्रोजेक्ट का काम अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा कराया जाएगा।
इंदौर शहर के लिए मांगलिया से राऊ तक 32 किलोमीटर लंबाई का यह बायपास लाइफ लाइन की भूमिका अदा करता है। यह बायपास मार्ग ने ट्रैफिक का दबाव कम करने और यातायात को तेज गति से जारी रखने में मुख्य भूमिका का निर्वहन करता है। 25 साल पहले यह बायपास लोक निर्माण विभाग ने बनाया था। उस समय यह 4 लेन था, वहीं 14 साल पहले एनएचएआई द्वारा इसे 6 लेन किया गया था। हालांकि अब यह बुरी तरह से कमजोर हो गया है।
अभी तक मिली कमियां भी होंगी दूर
यही कारण है कि अब इस बायपास को री-डेवलपमेंट किया जा रहा है। यह जिम्मेदारी एनएचएआई को सौंपी गई है। ऐसे में एनएचएआई ने इसके री-डेवलपमेंट की प्लानिंग भी बना ली है। इसके लिए करीब 250 करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है। इस सड़क को केवल दोबारा ही नहीं बनाया जाएगा, बल्कि इस पर जो कमियां महसूस की गई है, उन सभी को भी दुरूस्त किया जाएगा।
इस तरह किया जाएगा पुनर्निर्माण
अभी यह बायपास रोड सीमेंटेड है। अब इसको जियो ग्रिड (फायबर की जाली) लगाकर डामर की दो लेयर डाली जाएगी। इसके अलावा बिचौली, हप्सी, बिचौली मर्दाना और कनाडिया ब्रिज के बोगदों को बड़ा किया जाएगा। पुलों के उतार-चढ़ाव पर जर्क लगने की स्थिति में भी सुधार किया जाएगा ताकि वाहन बिना किसी जर्क के निकल सके। पूरे बायपास पर लाइटिंग की जाएगी वहीं केट आई, डेलीनेटर जैसे सड़क सुरक्षा प्रबंध भी किए जाएंगे।