Anootha Bhandara : भारत में विभिन्न धार्मिक अवसरों पर भंडारों का आयोजन वैसे तो आम बात है। लेकिन, कुछ भंडारे ऐसे होते हैं जो कि अपनी विशालता और भव्यता के कारण अपनी एक अनूठी पहचान बना लेते हैं। ऐसा ही एक भंडारा मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में भी होता है। यह भंडारा इतने विशाल स्तर पर होता है कि यहां ट्रॉलियां भर-भर कर पूड़ियां और दर्जनों बड़ी गंजियों में सब्जी और खीर बनती है। वहीं 50 हजार से ज्यादा लोग इस भंडारे में भोजन प्रसादी ग्रहण करते हैं।
यह अनूठा भंडारा होता है जिले के मुलताई ब्लॉक के बरखेड़ गांव स्थित श्री पांडरिया देव बाबा मंदिर में। इस साल भी रविवार 15 दिसंबर 2024 को यह भंडारा हुआ। श्री पांडरिया देव बाबा मंदिर में जिले का सबसे बड़ा भंडारे का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस भंडारे की खास बात यह रही कि कार्यक्रम में डेढ़ सौ चूल्हों पर पांच ट्रॉली पूड़ी, 40 गंजी खीर और 40 गंजी सब्जी बनाई गई। आयोजन में लगभग 50,000 से ज्यादा लोगों ने प्रसादी ग्रहण की।
पूरे क्षेत्र के ग्रामों से होता सहयोग
यह भंडारा कोई व्यक्तिगत भंडारा नहीं होता है। इस क्षेत्र के सभी ग्रामों के लोग मिल-जुल कर यह विशाल भंडारा करते हैं। श्रद्धालु चेतराम ने बताया कि आयोजन में बरखेड़ के अलावा सावंगा, बंडिया, हतनापुर, सेमरिया, पंडरी, सिलादेही, पिपरिया, घाट पिपरिया, निंबोटी और आसपास के एक दर्जन से ज्यादा गांव के हजारों ग्रामीणों का सहयोग रहता है।
दूर-दूर से आते हैं श्रद्धालु भंडारे में
इस भंडारे में शामिल होने के लिए दूर-दूर से लोग बरखेड़ पहुंचते हैं। मान्यता है कि बाबा का आशीर्वाद लेने के बाद ग्रामीणों का साल अच्छा गुजरता है। सभी लोग मंदिर में पूजन करने के बाद भंडारे में प्रसादी ग्रहण करते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त देवता मनौती पूरी करने वाले देवता हैं। जिन लोगों की मन्नतें पूरी होती है, वह लोग यहां पूजन करते हैं। बरखेड सहित दो दर्जन से ज्यादा गांव के ग्रामीण यहां इस मौके पर जरूर आते हैं।
शनिवार शाम से बन रहा था भोजन
चेतराम ने बताया कि बरखेड़ में आयोजित भंडारे में भंडारे में 50000 से ज्यादा लोग प्रसादी ग्रहण करते हैं। ऐसे में एक दिन पहले शनिवार शाम से ही भोजन बनाने की शुरुआत हो गई थी। सब्जी और खीर कल शाम से ही बनना शुरू हो गई थी। वहीं पूड़ी रविवार सुबह से बनाई जा रही थी। डेढ़ सौ चूल्हों पर एक साथ खाना बनाया गया।