Accident on national highway : भोपाल-नागपुर नेशनल हाईवे पर मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में एक भीषण हादसा मंगलवार की रात में हो गया। यहां शाहपुर थाना क्षेत्र में हाईवे के किनारे खड़े कंटेनर से बाइक टकरा गई। हादसे में दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई है। इस हादसे से जन्मदिन की खुशियां मातम में तब्दील हो गई। वहीं पूरे साल भर में जिले में हुए हादसों में मौतों का आंकड़ा देखा जाए तो बेहद चौंकाने वाला है। जिले भर में एक साल में 838 सड़क हादसे हुए जिनमें 284 लोगों की मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ढोडरामोहार निवासी तीन युवक बाइक से इटारसी से अपने गांव आ रहे थे। मंगलवार की रात लगभग 10.30 बजे नेशनल हाईवे पर डांडीवाड़ा के पास सड़क किनारे खड़े ट्रक से बाइक टकरा गई। हादसे में डोढरामोहार निवासी अरूण पिता गोविंद धुर्वे (21) और अमित पिता गिरधारी भलावी (21) की मौके पर ही मौत हो गई।
इनके साथ पीछे बैठा तीसरा युवक गोपी उइके गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती किया गया। बताया जा रहा है कि बाइक तेज रफ्तार में थी, जिसके कारण हादसा हुआ। मृतकों का बुधवार सुबह शाहपुर स्वास्थ्य केन्द्र में पोस्टमार्टम कर परिजनों को शव सौंप दिया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर हादसे की जांच शुरु कर दी है।
जन्मदिन की खुशियां मातम में बदली
बताया जा रहा है कि मृतक युवकों में से एक युवक के घर किसी बच्चे का जन्मदिन था। घर के लोग जन्मदिन की तैयारी कर रहे थे। जन्मदिन मनाने के लिए परिजन युवकों की राह देख रहे थे। इस बीच खबर आई कि सड़क हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। इससे जन्मदिन की सारी खुशियां मातम में बदल गई। सड़क हादसे में दो घरों के चिराग बुझने से पूरे गांव में मातम छा गया।
बैतूल में एक साल 838 सड़क हादसों में 284 मौतें
यदि जिले भर में केवल इस साल का ही आंकड़ा देखा जाए तो यहां होने वाले हादसे और उनमें होने वाली मौतों के आंकड़े हैरान कर देते हैं। हादसे बढ़ने के बावजूद भी लोग सुरक्षित वाहन चलाने को लेकर गंभीर नजर नहीं आते हैं। हादसे रोकने के लिए पुलिस भी हमेशा प्रयास करती है। जागरूकता के लिए पुलिस द्वारा कई बार अभियान चलाया जाता है। इसके बावजूद वाहन चालक लापरवाहीपूर्वक गाड़ी चलाते हैं, जिसके कारण हादसे होते रहते हैं।
अधिकतर सड़क हादसे फोरलेन और अन्य हाईवे पर
यातयात प्रभारी बैतूल गजेन्द्र केन के अनुसार जनवरी 2024 से अब तक बैतूल जिले में अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 838 सड़क हादसे हुए। इन सड़क हादसों में 284 लोगों की अकाल मौत हो गई। वहीं 817 लोग घायल हुए हैं। इस एक साल के भीतर हुए सड़क हादसों से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि सड़क हादसे नहीं थम रहे है। इस वर्ष इन हादसों में 284 लोग असमय काल के गाल में समा गए। अधिकतर सड़क हादसे फोरलेन और अन्य हाईवे पर हुए हैं। तेज रफ्तार एवं लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाने के कारण दुर्घटना होने की जानकारी सामने आई तो कई सड़क हादसे शराब के नशे में वाहन चलाने के कारण हुए है।
सिर में चोट आने से अधिकांश लोगों की मौत
इन सड़क हादसों पर नजर डाली जाएं तो अधिकांश सिर में गंभीर चोट लगने के कारण लोगों की मौत हुई है। इसमें दोपहिया वाहन चालकों की संख्या सबसे ज्यादा है। पुलिस दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट लगाने के लिए प्रेरित करती है, लेकिन कई वाहन चालक ट्रैफिक के नियमों की अनदेखी कर बिना हेलमेट पहने बाइक चलाते हैं। कुछ हादसों में तो यह भी देखने में आया है कि अगर वाहन चालक द्वारा हेलमेट लगाया होता तो शायद हादसे में जान भी बच सकती थी। अधिकांश लोगों ने सिर में गंभीर चोट आने और अत्यधिक रक्तस्त्राव के कारण मौके पर दम तोड़ दिया। एक वाहन चालक की गलती के कारण दूसरे वाहन चालकों को भी नुकसान उठाना पड़ता है।
चालानी कार्रवाई के बावजूद भी नियमों का पालन नहीं
यातायात पुलिस द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ सख्ती बरतते हुए चालानी कार्रवाई भी करती है, ताकि लोग यातायात नियमों का पालन करें, लेकिन चालान भरने के बाद लोग फिर से नियमों को भूल जाते हैं और फर्राटे से वाहन दौड़ाते हैं। यातायात के नियमों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। यातायात के नियमों का गंभीरता से पालन किया होता तो शायद जिले में इतने अधिक हादसे नहीं होते और बेवजह लोगों को अपनी जान से हाथ नहीं धोना पड़ता। यातायात पुलिस द्वारा जगह-जगह हादसों को रोकने के लिए संकेतक भी लगाए है, लेकिन इन संकेतकों को कई वाहन चालक समझ नहीं पाते और अपनी रफ्तार से गाड़ी दौड़ाते है।