Upcoming NHAI Project MP: वर्ष 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन होना है। शासन का पूरा फोकस इस बात पर है कि इस महा आयोजन के पहले उज्जैन से जुड़ने वाली सभी सड़कों का निर्माण पूरा कर लिए जाएं। इसी तारतम्य में इंदौर क्षेत्र में बनने वाले 77 किलोमीटर लंबे पूर्वी रिंग रोड को लेकर भी अब पूरी स्थिति साफ हो गई है।
डकाच्या से लेकर पीथमपुर तक बनने वाले इस पूर्वी रिंग रोड को लेकर अभी तक कई बातें तय नहीं हो पाई थी, लेकिन अब सब कुछ स्पष्ट हो चुका है। गुरुवार को इंदौर एयरपोर्ट के लाउंज में हुई बैठक में इस कार्य के लिए केंद्रीय परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सहमति भी प्रदान कर दी है। इसके अनुसार इस 77 किलोमीटर पूर्वी रिंग रोड को बनाने में 4 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे और इसका निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा किया जाएगा।
प्रदेश सरकार को करने होंगे यह काम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी ने यह साफ कर दिया है कि इस रिंग रोड का निर्माण भले ही एनएचएआई द्वारा किया जाएगा, लेकिन जमीन अधिग्रहण से लेकर किसानों को मुआवजा देने तक की प्रक्रिया प्रदेश सरकार को करना होगा। इसके अलावा सड़क के आसपास बुनियादी सुविधाएं भी प्रदेश सरकार को जुटाना होगा। इस पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने भी सहमति दे दी है। उन्होंने जल्द ही भूमि अधिग्रहण शुरू करने की बात भी कही है।
इन गांवों से होकर गुजरेगा रिंग रोड
यह पूर्वी रिंग रोड 38 गांवों से होकर गुजरेगा। इनमें कंपेल, खुडैल, तिल्लौर, बड़गोंदा, पीथमपुर सहित अन्य कई गांव शामिल हैं। यह रिंग रोड दो चरणों में बनाया जाएगा। इसका एक हिस्सा जहां 38 किलोमीटर का होगा वहीं दूसरा 39 किलोमीटर का होगा। इस प्रोजेक्ट को मार्च 2028 के पहले तक हर हाल में पूरा करने का टॉरगेट रखा गया है।